रूसी संघ के कृषि मंत्रालय के कर्मचारियों के अनुसार, आज विभाग की शीर्ष प्राथमिकताओं में से एक विश्व अनाज निर्यात बाजार में अपनी नेतृत्व स्थिति को बनाए रखना है।
दरअसल, कई वर्षों से यह रूस था जिसने गेहूं की आपूर्ति को बाहरी व्यापारिक मंजिलों तक पहुंचाने का काम किया है।
रूसी कृषि मंत्रालय के उप प्रमुख ओक्साना ल्यूट ने आश्वासन दिया कि रूसी किसानों का मुख्य लक्ष्य सिर्फ नेतृत्व को बनाए रखना और फिर से प्रतियोगिता को दरकिनार करना नहीं है, बल्कि अपने निर्यात पदों को मजबूत करना भी है, जिससे स्थिर मांग और आय सुनिश्चित होती है।यह ध्यान रखना अतिश्योक्तिपूर्ण नहीं होगा कि आज यह रूसी गेहूं अनाज है जिसे देश की निर्यात क्षमता की संपूर्ण विविधता में मुख्य वस्तु माना जाता है। ओक्साना ल्यूट के अनुसार, रूसी खेतों से अनाज की गुणवत्ता को दुनिया भर में जाना जाता है और बहुत सराहना की जाती है और इसे बहुत अधिक प्रस्तुति की आवश्यकता नहीं है। इसलिए, आज हमें रूसी संघ के अनाज क्षेत्र में उत्पादन मात्रा और क्षमता बढ़ाने पर ध्यान देना चाहिए।
इस बात पर भी जोर दिया जाना चाहिए कि रूसी निर्यातक विदेशी बाजारों में घरेलू मछली और तेल और वसा उत्पाद बेचने पर भी बड़ा दांव लगाते हैं। अधिकारियों के आश्वासन से इन विनिर्माण क्षेत्रों का विकास भी हर साल मजबूत होगा।